عن أبي هريرة رضي الله عنه مرفوعاً: «ليس الشديد بالصُّرَعة، إنما الشديد الذي يملك نفسه عند الغضب».
[صحيح] - [متفق عليه]
المزيــد ...
अबू हुरैरा (रज़ियल्लाहु अंहु) नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) से रिवायत करते हुए कहते हैंः "बलवान वह नहीं है, जो किसी को पछाड़ दे, बलवान तो वह है, जो क्रोध के समय अपने आप को नियंत्रण में रखे।"
सह़ीह़ - इसे बुख़ारी एवं मुस्लिम ने रिवायत किया है।
असल शक्ति पट्ठों तथा शरीर की शक्ति नहीं है। और शक्तिशाली तथा बलवान व्यक्ति वह नहीं है, जो दूसरे बलवानों को हमेशा कुश्ती में पछाड़ दे, बल्कि असल शक्तिशाली तथा बलवान व्यक्ति वह है, जो सख्त क्रोध के समय अपने आपसे लड़कर उसे काबू में रखे। क्योंकि यह उसकी आत्मशक्ति और शैतान पर विजय प्राप्त करने का प्रमाण है।