عن جرير بن عبد الله رضي الله عنه مرفوعاً: «مَنْ لا يَرْحَمِ النَّاسَ لا يَرْحَمْهُ اللهُ».
[صحيح] - [متفق عليه]
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जरीर बिन अब्दुल्लाह (रज़ियल्लाहु अन्हु) से रिवायत है कि नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फ़रमायाः "जो लोगों पर दया नहीं करता, उसपर अल्लाह भी दया नहीं करता।"
सह़ीह़ - इसे बुख़ारी एवं मुस्लिम ने रिवायत किया है।
जो व्यक्ति लोगों पर दया नहीं करता, सर्वशक्तिमान एवं महान अल्लाह उसपर दया नहीं करता। याद रहे कि यहाँ लोगों से मुराद ऐसे लोग हैं, जो दया के पात्र हैं। जैसे ईमान वाले, ज़िम्मी लोग और इन जैसे दूसरे लोग। रही बात ऐसे काफ़िरों की जिनसे युद्ध जारी हो, तो उनपर दया नहीं की जाएगी, बल्कि उनका वध किया जाएगा। क्योंकि अल्लाह तआला ने नबी -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- और उनके साथियों के बारे में कहा है : "वे काफ़िरों के लिए कड़े और आपस में बड़े दयालु हैं।" [सूरा अल-फ़त्ह : 29]