عن عبد الله بن مسعود رضي الله عنه أن رسول الله صلى الله عليه وسلم قال: "مَنْ مات وهو يدعُو مِنْ دون الله نِدًّا دخَل النَّار".
[صحيح] - [رواه البخاري]
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अब्दुल्लाह बिन मसऊद (रज़ियल्लाहु अंहु) से रिवायत है कि अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फ़रमायाः "जिस व्यक्ति की मृत्यु इस अवस्था में हुई कि वह किसी को अल्लाह का समकक्ष बनाकर पुकार रहा था, वह जहन्नम में प्रवेश करेगा।"
सह़ीह़ - इसे बुख़ारी ने रिवायत किया है।

व्याख्या

इस हदीस में अल्लाह के नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने हमें बताया है कि जो चीजें केवल अल्लाह के लिए ख़ास हैं, उनमें से किसी भी चीज़ को कई व्यक्ति उसके सिवा किसी और के लिए करेगा, तो वह जहन्नम में अवश्य प्रवेश करेगा।

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हदीस का संदेश

  1. जो शिर्क की राह पर चलते हुए मरेगा, वह जहन्नम में जाएगा। यदि महाशिर्क करता था तो हमेशा जहन्नम में रहेगा और अगर लघुशिर्क करता था तो जब तक और जितना अल्लाह चाहेगा, उसे यातना देगा और फिर उसे जहन्नम से निकाल कर जन्नत में पहुँचा देगा।
  2. असलन एतबार जीवन के अंतिम कर्मों का होता है।
  3. दुआ भी इबादत है। अतः अल्लाह के सिवा किसी से नहीं माँगी जाएगी।
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