عن زيد بن خالد الجُهني رضي الله عنه مرفوعاً: «لا تَسُبُّوا الدِّيْك فإنه يُوْقِظ للصلاة».
[صحيح] - [رواه أبو داود وأحمد والنسائي]
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ज़ैद बिन ख़ालिद जुहनी (रज़ियल्लाहु अनहु) से मरफ़ूअन वर्णित है: मुर्ग़े को गाली मत दो, क्योंकि वह नमाज़ के लिए जगाता है।
[सह़ीह़] - [इसे नसाई ने रिवायत किया है। - इसे अबू दाऊद ने रिवायत किया है। - इसे अह़मद ने रिवायत किया है।]