عن أسيد بن حضير وأنس بن مالك رضي الله عنهما أنَّ رجُلاً من الأنصار، قال: يا رسول الله، ألاَ تَستَعمِلُنِي كما استَعمَلت فُلانًا، فقال: «إِنَّكُم سَتَلقَون بَعدِي أَثَرَة فَاصبِرُوا حَتَّى تَلقَونِي على الحَوض».
[صحيح] - [متفق عليه]
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उसैद बिन हु़ज़ैर तथा अनस बिन मालिक (रज़ियल्लाहु अन्हुमा) से रिवायत है कि एक अंसारी ने कहाः ऐ अल्लाह के रसूल, आप मुझे कोई प्रशासनिक ज़िम्मेवारी नहीं देंगे, जैसा कि आपने अमुक को दिया है? तो आपने फरमायाः "तुम लोग मेरे बाद भेदभाव का सामना करोगे। अतः, सब्र से काम लेना, यहाँ तक कि हौज़ पर मुझसे मिलो।"
[सह़ीह़] - [इसे बुख़ारी एवं मुस्लिम ने रिवायत किया है।]