عن ابن عمر رضي الله عنهما أن النبي صلى الله عليه وسلم قال: «من ضرب غلاما له حدا لم يأته، أو لَطَمَه، فإن كفارته أن يعتقه».
[صحيح] - [رواه مسلم]
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इ्बने उमर (रज़ियल्लाहु अनहुमा) से वर्णित है कि अल्लाह के नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फ़रमाया: जो अपने दास को बिना किसी कारण के मारता है, उसका प्रायश्चित यह है कि उसे आज़ाद कर दे।
[सह़ीह़] - [इसे मुस्लिम ने रिवायत किया है।]