إن هِلال بن أُمية قذف امرأته بشريك ابن سَحْماء، وكان أخا البراء بن مالك لأمه، وكان أول رجل لَاعَنَ في الإسلام، قال: فَلَاعَنَهَا، فقال رسول الله صلى الله عليه وسلم : «أبصروها، فإن جاءت به أبيض سَبِطًا، قَضِيءَ الْعَيْنَيْنِ؛ فهو لهلال بن أمية، وإن جاءت به أَكْحَلَ جَعْدًا حَمْشَ السَّاقَيْنِ؛ فهو لشريك بن سحماء»، قال: فأُنبِئْت أنها جاءت به أَكْحَلَ جَعْدًا حَمْشَ السَّاقَيْنِ.
[صحيح] - [رواه مسلم]
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हिलाल बिन उमय्या ने अपनी पत्नी पर शरीक बिन सहमा के साथ व्यभिचार का आरोप लगाया। हिलाल बिन उमय्या बरा बिन मालिक के माँ शरीक भाई थे और 'लेआन' करने वाले पहले मुसलमान थे। वर्णनकर्ता कहते हैंः उन्होंने अपनी पत्नी से 'लेआन' कर लिया, तो अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फ़रमायाः "उसकी पत्नी पर नज़र रखो, अगर वह गोरा-चिट्टा, सीधे बालों और लाल आँखों वाला बच्चा जनती है, तो वह हिलाल बिन उमय्या का है और अगर सुरमई आँखों, घुंघराले बालों और पतली पिंडलियों वाला बच्चा जनती है, तो वह शरीक बिन सहमा का है।" वर्णनकर्ता कहते हैंः बाद में मुझे बताया गया कि उसने सुरमई आँखों, घुंघराले बालों और पतली पिंडलियों वाला बच्चा जना था।
[सह़ीह़] - [इसे मुस्लिम ने रिवायत किया है।]