عن عقبة بن عامر رضي الله عنه مرفوعاً: «من عَلِمَ الرمي، ثم تركه، فليس منا، أو فقد عصى».
[صحيح] - [رواه مسلم]
المزيــد ...
उक़बा बिन आमिर -रज़ियल्लाहु अन्हु- से मरफ़ूअन वर्णित है : "जिसने तीर अंदाज़ी सीखी, फिर उसे छोड़ दिया, वह हममें से नहीं है या उसने नाफ़रमानी की।"
[सह़ीह़] - [इसे मुस्लिम ने रिवायत किया है।]
जिसने तीर चलाना सीखा और इसी तरह जिहाद के आधुनिक उपकरणों का चलाना जैसे कि गोली चलाना सीखा, फिर उसे छोड़ दिया और उसकी उपेक्षा की, तो उसने खुद को पाप का भागी बनाया और अपने आपको नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के तरीक़ से दूर कर दिया। "वह हममें से नहीं है" यह एक गंभीर चेतावनी है, जो इंगित करती है कि यह अवज्ञा एक बड़ा पाप है, जो धमकी और डाँट-फटकार का पात्र है। "या उसने अवज्ञा की" यह वर्णनकर्ता की ओर से एक संदेह है कि नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने ''वह हममें से नहीं है'' कहा था, या आपने ''उसने अवज्ञा की'' कहा था।