عن عمر بن الخطاب رضي الله عنه قال: "إذا أقرَّ الرجل بولده طَرْفَةَ عين فليس له أن ينفيه".
[إسناده حسن] - [رواه البيهقي]
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उमर बिन ख़त्ताब (रज़ियल्लाहु अंहु) से वर्णित है कि उन्होंने फ़रमायाः जब किसी ने क्षण भर के लिए भी अपने बच्चे का इक़रार कर लिया, तो वह उसका इनकार नहीं कर सकता।
[इसकी सनद ह़सन है।] - [इसे बैहक़ी ने रिवायत किया है।]