«إِنَّ اليَهُودَ وَالنَّصَارَى لاَ يَصْبُغُونَ، فَخَالِفُوهُمْ».
[صحيح] - [متفق عليه]
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अबू हुरैरा (रज़ियल्लाहु अनहु) से वर्णित है कि अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फ़रमाया: बेशक, यहूदी तथा ईसाई दाढ़ी नहीं रंगते। लेकिन तुम लोग ऐसा करके उनका विरोध करो।
सह़ीह़ - इसे बुख़ारी एवं मुस्लिम ने रिवायत किया है।
इस हदीस में अबू हुरैरा -रज़ियल्लाहु अनहु- बता रहे हैं कि अल्लाह के नबी -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- ने उन्हें बताया है कि यहूदी एवं ईसाई अपने सर एवं दाढ़ी के बालों को रंगने से गुरेज़ करते हैं और उन्हें अपने हाल पर सफ़ेद ही रहने देते हैं। अतः आपने आदेश दिया कि लोग उनकी मुख़ालफ़त करें और अपने दाढ़ी एवं सर के बालों को रंग लिया करें।