«لَا يَسْتُرُ عَبْدٌ عَبْدًا فِي الدُّنْيَا إِلَّا سَتَرَهُ اللهُ يَوْمَ الْقِيَامَةِ».
[صحيح] - [رواه مسلم]
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अबू हुरैरा- रज़ियल्लाहु अन्हु- का वर्णन है कि अल्लाह के नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फ़रमायाः जो व्यक्ति दुनिया में किसी के दोष एवं गुनाह पर पर्दा डालेगा, अल्लाह क़यामत के दिन उसकी दोष एवं गुनाह पर पर्दा डालेगा।
सह़ीह़ - इसे मुस्लिम ने रिवायत किया है।
एक मुसलमान जब अपने भाई से कोई गुनाह होता हुआ देखे, तो उसपर ज़रूरी है कि उसे छुपाए और लोगों में न फैलाए। क्योंकि यह बुराई के प्रचार-प्रसार में शामिल होना है । यदि किसी ने अल्लाह की प्रसन्नता की प्राप्ति की नीयत से अपने मुसलमान भाई के ऐब को छुपाया, तो अल्लाह प्रतिफल के रूप में क़यामत के दिन उसके ऐबों को छुपाएगा और उसे सृष्टियों के सम्मुख अपमानित नहीं करेगा।